ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप और अनुसंधान

गर्मी का प्रशिक्षण (Summer Training)

दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा के अंत में प्रत्येक एमबीए छात्र के लिए किसी निर्माण, सेवा या वित्तीय संगठन में ऑन-द-जॉब प्रैक्टिकल ट्रेनिंग करना अनिवार्य है। यह प्रशिक्षण 6 से 8 सप्ताह की अवधि का होगा। कॉलेज/संस्थान छात्रों के लिए इस अनिवार्य प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा।

इंटर्नशिप को कॉलेज के छात्रों द्वारा करियर विकल्पों और विशेष कंपनियों को समझने का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। यह वास्तविक कार्यस्थल का अनुभव करने का एक शानदार अवसर है। व्यावसायिक कौशलों के अलावा, छात्र यहां कई सॉफ्ट स्किल्स भी सीखते हैं जो नौकरी पाने और उसमें सफल होने के लिए बेहद जरूरी हैं।

एक इंटर्नशिप है:

  • छात्र के विषय और करियर लक्ष्य से संबंधित नियंत्रित कार्य अनुभव।
  • ऐसा अनुभव जो छात्र के शैक्षणिक, करियर और व्यक्तिगत विकास को बढ़ाए।
  • ऐसा अनुभव जो एक अकादमिक सत्र (ग्रीष्म, वसंत, शरद) या कई सत्रों तक हो सकता है।
  • ऐसा अनुभव जिस पर छात्र, पर्यवेक्षक और/या फैकल्टी सदस्य आपसी सहमति से सहमत हों।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इंटर्नशिप कहलाने के लिए पद पर “इंटर्नशिप” लिखा होना जरूरी नहीं है। कई पार्ट-टाइम नौकरियाँ, स्वयंसेवी अवसर या ग्रीष्मकालीन नौकरियाँ भी इंटर्नशिप मानी जा सकती हैं। इन्हें कभी-कभी “प्रैक्टिकम” या “को-ऑप” भी कहा जाता है।

प्रशिक्षण के दौरान छात्र से अपेक्षा की जाती है कि वह संगठन के बारे में जाने, किसी वास्तविक समस्या का विश्लेषण करे और उसके समाधान सुझाए। उद्देश्य यह है कि छात्र संगठन के वास्तविक कामकाज और सामने आने वाली चुनौतियों को समझे।

प्रशिक्षण के दौरान संगठन (जहाँ छात्र प्रशिक्षण कर रहा है) छात्र को एक समस्या/प्रोजेक्ट सौंपेगा।

प्रशिक्षण पूरा होने के बाद छात्र को कॉलेज/संस्थान में एक रिपोर्ट जमा करनी होगी, जो तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा का हिस्सा होगी। यह रिपोर्ट इंटर्नशिप समाप्त होने के एक माह के भीतर जमा करनी अनिवार्य है।

गर्मी के प्रशिक्षण के प्रमुख लाभ:

  • वास्तविक कार्य अनुभव प्राप्त करना
  • अपने चुने हुए क्षेत्र का अनुभव लेना
  • पेशेवर नेटवर्क बनाना
  • विशेषज्ञता चुनने में मदद मिलना
  • आत्मविश्वास में वृद्धि
  • सीवी को मजबूत बनाना
  • बाज़ार मूल्य बढ़ाना

अनुसंधान परियोजना रिपोर्ट (Research Project Report)

अनुसंधान लेखन सीखना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी होती है। यह प्रक्रिया छात्रों की संगठनात्मक और योजना बनाने की क्षमता को बढ़ाती है और उनके ज्ञान में भी वृद्धि करती है। कक्षा में अनुसंधान लेखन और पठन को शामिल करने से छात्रों का अपने अध्ययन से गहरा संबंध बनता है।

चौथे सेमेस्टर में उम्मीदवारों को एक अनुसंधान परियोजना रिपोर्ट जमा करनी होगी। यह विषय/समस्या एमबीए विभाग द्वारा (विशेषज्ञता क्षेत्रों से) दी जाएगी और विभाग के एक मुख्य फैकल्टी सदस्य के मार्गदर्शन में तैयार होगी। यह रिपोर्ट कुल 200 अंकों की होगी। इसका मूल्यांकन दो परीक्षकों (आंतरिक और बाहरी) द्वारा किया जाएगा। मूल्यांकन में (1) परियोजना रिपोर्ट का मूल्यांकन (60 अंक) और (2) परियोजना पर मौखिक परीक्षा (वाइवा) का मूल्यांकन (140 अंक) शामिल होगा।